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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों को देश में अभियांत्रिकी, विज्ञान, आयुर्विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, प्रबंधन तथा विधि के क्षेत्रों में पिछली आधी शताब्दी से उच्च शिक्षा के मंदिरों के रुप में सेवा देने के लिए जाना जाता है। राष्ट्रीय विकास के लिए प्रौद्योगिकी अध्यापकों की गुणवत्ता में अभिवृद्दि करना तथा सेवारत अनुभवी व्यवसायिकों को निरंतर शिक्षित करना भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की विशिष्ट सेवा का क्षेत्र है। इसके फलस्वरुप देश के मानव संसाधन में वैशिष्टय निर्माण होने से इसकी महत्ता और बढ़ती जा रही है। तेजी से बदलते उन्नतिशील प्रौद्योगिकीय वैश्विक परिवेश में यह अभियंताओं तथा वैज्ञानिकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है कि वे नवीनतम तकनीकों में शिक्षित हों तथा अपने महाविद्यालयों से औपचारिक शिक्षा पूरी कर निकलने के बाद अपने ज्ञानस्तर को अद्यतन करते रहें। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर देश का सबसे विशाल एवं वहुआयामी तकनीकी संस्थान है और वह अपने इस दायित्व को पूर्ण निष्ठा के साथ 1950 के प्रारम्भ में अपने अस्तित्व में आने के समय से ही निभा रहा है।

 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर में सतत् शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्यतः निम्न कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं।

 गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (क्यूआईपी) जिसे सामान्यतः क्यूआईपी कहा जाता है और यह कार्यक्रम एआईसीटीई द्वारा आर्थिक सहायता से संचालित किया जाता है। इस कार्यक्रम में एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित अभियांत्रिकी कॉलेजों के अध्यापकों को उनके ज्ञान स्तर में वृद्दि के अवसर मिलते हैं, जिससे वे एमटैक एवं पीएच.डी की उपाधि देश के कुछ प्रमुख संस्थानों से प्राप्त कर सकते हैं। इस पाठ्यक्रम में शामिल किए अभ्यर्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है और उन्हें उनके प्रायोजित कॉलेजों से वेतन भी मिलता है। वर्ष 1978 में इस कार्यक्रम के प्रारम्भ होने के बाद से ही काफी संख्या में पूरे देश से अभियांत्रिकी संस्थानों से अध्यापकगणों ने इस कार्यक्रम से लाभ उठाया है। क्यूआईपी के अंतर्गत एमटैक एवं पीएचडी दाखिले के विषय में क्यूआईपी दाखिला शीर्षक के अंतर्गत विवरण देख सकते हैं।

 अध्यापन के क्षेत्र में अभियांत्रिकी संस्थानों से होनहार युवा विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए हाल ही में एआईसीटीई से सहायता प्राप्त कार्यक्रमों में समयपूर्व संकाय प्रवेश कार्यक्रम (ईएफआईपी) भी प्रारम्भ किया गया है। इस कार्यक्रम का विवरण ईएफआईपी पर देखा जा सकता है।

 शैक्षणिक पाठ्यक्रम विकास

 एआईसीटीई के सहयोग से शैक्षणिक पाठ्यक्रम विकास प्रकोष्ठ द्वारा पुस्तक लेखन, पाठ्यक्रम सामग्री के तैयार करने, पाठ्यक्रम विकास कार्यशालाओं, सीएआई पैकेज्स के विकास तथा वैब आधारित पाठ्यक्रम सामग्री निर्माण आदि में आर्थिक सहयोग किया जाता है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर के इच्छुक संकाय सदस्य पाठ्यक्रम विकास से अधिक विवरण प्राप्त कर सकते हैं अथवा संकायाध्यक्ष-सतत् शिक्षा से संपर्क कर सकते हैं।

 लघु अवधि पाठ्यक्रम

 प्रत्येक वर्ष में एक से चार सप्ताह के क्यूआईपी लघु अवधि पाठ्यक्रम एआईसीटीई अनुमोदित अभियांत्रिकी कॉलेजों के अध्यापकों के लिए आयोजित किए जाते हैं जिन्हें एआईसीटीई आर्थिक सहायता देती है। उद्योग जगत, शोध एवं विकास संस्थानों से इच्छुक व्यक्तियों तथा विद्यार्थियों को इन पाठ्यक्रमों में एक निर्धारित शुल्क भुगतान करने पर सहभागिता हेतु आमंत्रित किया जाता है।

उद्योग जगत तथा शोध एवं विकास संस्थानों के व्यवसायिकों हेतु स्व-वित्तपोषित विशेष लघु अवधि पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं। अनेक कार्यक्रम प्रायोजक संस्थाओं की आवश्यकताओं के अनुरुप भी तैयार किए गए हैं। लघु अवधि के पाठ्यक्रम परिसर में तथा प्रायोजक संस्था के अनुरुप अन्य किसी सुविधाजनक स्थान पर भी आयोजित किए जाते हैं। प्रत्येक वर्ष में ऐसे 50-60 पाठ्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों का विवरण लघु अवधि पाठ्यक्रमों से प्राप्त किया जा सकता है।

 प्रो. ओ.पी.शॉ

संकायाध्यक्ष

सतत् शिक्षा एवं क्यूआईपी संयोजक

फोन – : 91-3222-282033/283788(O), 91-3222-283789(R)

कार्यालय फैक्स: 91-3222-220508

ई मेल: deance@hijli.iitkgp.ernet.in

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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर
भारत 721302
फोन- +91-3222-255221
फैक्स-+91-3222-255303

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